हाँ, इन सभी विद्याओं पर कई प्राचीन और आधुनिक पुस्तकें उपलब्ध हैं, जो योग, तंत्र और साधना के गहरे रहस्यों को विस्तार से
समझाती हैं। कुछ प्रमुख पुस्तकें और ग्रंथ निम्नलिखित हैं:
1. हठयोग प्रदीपिका - यह योग की प्रमुख पुस्तक है, जिसमें हठ योग और कुण्डलिनी जागरण के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसमें खेचरी मुद्रा, त्राटक, और अन्य साधनाओं का वर्णन मिलता है।
2. शिव संहिता - यह प्राचीन ग्रंथ योग और तंत्र की विद्याओं को विस्तार से समझाता है, जिसमें कुण्डलिनी, मुद्रा, और ध्यान की विभिन्न विधियों का वर्णन है।
3. गोरक्ष संहिता - यह पुस्तक नाथ योग पर आधारित है और इसमें खेचरी विद्या, भुचरी विद्या जैसी कई विद्याओं का वर्णन है।
4. विज्ञान भैरव तंत्र - इसमें ध्यान और तंत्र की 112 विधियों का वर्णन है, जो मानसिक और आध्यात्मिक जागरण के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती हैं।
5. कुण्डलिनी योग (स्वामी सत्यानंद सरस्वती) - यह आधुनिक पुस्तक कुण्डलिनी योग और उसकी साधनाओं पर केंद्रित है, जिसमें कुंडलिनी जागरण की विधियों और अनुभवों को सरल भाषा में समझाया गया है।
6. तंत्र सार (सरस्वती मठ प्रकाशन) - यह पुस्तक तंत्र और उसकी विभिन्न साधनाओं के बारे में विस्तार से बताती है, जिसमें तंत्र विद्या और ध्यान की उन्नत विधियाँ शामिल हैं।
7. योग वशिष्ठ - यह ग्रंथ ध्यान, साधना, और मानसिक जागरण के गूढ़ रहस्यों को समझाता है और विभिन्न विद्याओं की चर्चा करता है।
आप इन पुस्तकों को ध्यान और साधना
के मार्गदर्शक के रूप में उपयोग कर सकते हैं। इनमें से कई पुस्तकें हिंदी और अंग्रेजी
दोनों भाषाओं में उपलब्ध हैं।