लोग अक्सर गूगल डॉक्स का इस्तेमाल Affiliate Marketing के लिए इसलिए करते हैं क्योंकि यह एक आसान और मुफ्त टूल है जहाँ वे अपने कंटेंट को सुरक्षित तरीके से लिख सकते हैं और किसी के साथ भी लिंक शेयर कर सकते हैं। इसके कुछ कारण यह हो सकते हैं:
1.
सादगी और सुविधा:
गूगल डॉक्स एक बहुत ही सरल और उपयोग में आसान टूल है। इसे बिना किसी
सेटअप के तुरंत इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे नए यूजर्स
को आसानी होती है।
2. शेयरिंग
ऑप्शंस: गूगल डॉक्स में आप सीधे लिंक जनरेट कर सकते
हैं, जिसे आप किसी के साथ शेयर कर सकते हैं। इससे लोग अपने
डॉक्युमेंट को आसानी से प्रमोट या शेयर कर सकते हैं।
3. कोलैबोरेशन:
गूगल डॉक्स एक कोलैबोरेटिव टूल है, जहाँ आप
अन्य लोगों के साथ मिलकर एक ही डॉक्यूमेंट पर काम कर सकते हैं। इससे टीमें और
पार्टनर एक साथ मिलकर कंटेंट क्रिएट कर सकते हैं।
4. फ्री
और एक्सेसिबल: यह फ्री है और
इंटरनेट के माध्यम से कहीं भी एक्सेस किया जा सकता है। इससे छोटे मार्केटर्स या नए
लोग बिना खर्च के इसका उपयोग कर सकते हैं।
लेकिन ब्लॉगर एक अलग
प्लेटफ़ॉर्म है, जिसे मुख्य रूप से ब्लॉगिंग के लिए डिज़ाइन
किया गया है। ब्लॉगर पर कंटेंट पब्लिश करना गूगल डॉक्स की तुलना में थोड़ा अधिक
समय और प्रयास मांगता है, जैसे कि डोमेन और सेटअप का ध्यान
रखना। हालाँकि ब्लॉगर भी एक बहुत अच्छा विकल्प है, खासकर उन
लोगों के लिए जो अपने अफिलिएट मार्केटिंग के कंटेंट को ब्लॉग फॉर्मेट में प्रस्तुत
करना चाहते हैं।
ब्लॉगर क्यों इस्तेमाल किया जा सकता
है:
1.
SEO और सर्च इंजन
विजिबिलिटी: ब्लॉगर पर पोस्ट करने
से आपका कंटेंट सर्च इंजन में दिख सकता है, जिससे ऑर्गेनिक
ट्रैफिक बढ़ सकता है।
2. प्रोफेशनल
लुक: ब्लॉगर पर कंटेंट पोस्ट करने से आपको एक
प्रॉपर वेबसाइट और ब्लॉग की तरह दिखने वाला प्लेटफ़ॉर्म मिलता है, जो कि गूगल डॉक्स से अधिक प्रोफेशनल लगता है।
3. अधिक
कंट्रोल: ब्लॉगर पर आपको ज्यादा कंट्रोल मिलता है,
जैसे कि आप एडसेंस जोड़ सकते हैं और अफिलिएट लिंक इंटीग्रेट कर सकते
हैं।
अगर आपको प्रोफेशनल वेबसाइट के लिए
ब्लॉगिंग प्लेटफार्म चाहिए, तो ब्लॉगर एक बेहतर
विकल्प हो सकता है, लेकिन अगर सिर्फ़ लिंक शेयरिंग और
डॉक्यूमेंट क्रिएट करने की बात हो, तो गूगल डॉक्स ज्यादा
सुविधाजनक रहता है।